वृन्दावन शोध संस्थान विद्वानों के अनुसंधान के लिये सुविधाएँ प्रदान करता है। कई विद्वान इस संस्थान से अनुसंधान कार्य करने के लिए हिंदी और संस्कृत में पीएचडी की डिग्री से सम्मानित किये गये हैं। वी.आर.आई. ने कई शोध पुस्तकें प्रकाशित की हैं। संस्थान ने कई बुलेटिनों और महत्त्वपूर्ण संस्करणों को प्रकाशित किया है। संस्थान द्वारा हमारे पुस्तकालय के लिए संस्कृत पांडुलिपियों को 5 भागों में, हिन्दी पांडुलिपियों को 2 भागों में, पंजाबी, बांग्ला और माइक्रोफ़िल्माकंन की प्रत्येक पांडुलिपि को 1-1 भाग में प्रकाशित किया गया है। संस्थान साहित्य तथा तिमाही सांस्कृतिक पत्रिका "राज सेला" को भी प्रकाशित करता है। ब्रज की संस्कृति को बचाने तथा संरक्षित करने के लिए वृन्दावन शोध संस्थान विभिन्न कार्यों, जैसे- सांस्कृतिक कार्यक्रमों, सेमिनारों, प्रदर्शनियों तथा कार्यशालाओं का आयोजन आदि करता है।
बृज सलिला
वृन्दावन अनुसंधान संस्थान भारत, विशेषतः बृज के सांस्कृतिक पक्ष को उजागर करने व उसके संवर्धन हेतु एक त्रैमासिक पत्रिका प्रकाशित करता है। इस पत्रिका में संस्थान की गतिविधियों तथा संस्थान व इस क्षेत्र के सांस्कृतिक आयोजनों की विस्तृत रिपोर्ट भी प्रकाशित होती है। बृज सलिला की प्रति मंगाने के लिये हमें 'लिखे'।
डा०एन०सी० बंसल द्वारा संपादित चन्द्रकला यह काव्य छोटा नागपुर (महाराष्ट्र) के प्रेमचन्द्र द्वारा रचित है। बृजभाषा की इस रचना में महाकवि तुलसीदास की शैली का अनुसरण किया गया है। यह रचना इस अर्थ में दुर्लभ है कि इसमें सौंदर्य एंव भक्ति दोनों का समावेश है। इसमें लोक एंव उच्च साहित्यिक परम्परा का समागम है। वर्ष १८०७ ई० की इस रचना की विस्तृत भूमिका तथा संलग्नक विद्वानों के लिये लाभदायक हैं। डा० (श्रीमती) कमलेश पारीक द्वारा सम्पादित श्रृंगार सरसी रस संस्कृत रचना का विषय नायिका भेद है। इसकी पाण्डुलिपि जयपुर के प्रवंकर संग्रह से प्राप्त हुई है। संपादक ने मूल पाठ का सरल शैली में अनुवाद किया है।
वर्ष 1968 में अपने स्थापना काल से ही संस्थान द्वारा शोध अध्येता, संस्कृति प्रेमी विज्ञजनों और ब्रज में आने वाले पर्यटकों की सुविधार्थ संस्कृति अध्ययन की विविधतापरक दृष्टि से महत्वपूर्ण प्रकाशन किये गये हैं। विगत 05 दशकों की शोध यात्रा में संस्थान ने अपने संग्रह में विद्यमान बंगला, संस्कृत, ब्रजभाषा गुरूमुखी आदि पांडुलिपियों का सूचीकरण [Cataloguing] करने के साथ ही अनेक महत्वपूर्ण ग्रंथों का प्रकाशन ख्यातिलब्ध विद्वानों के सहयोग से समय-समय पर किया। इस दिशा में अनुभाग ने वर्तमान तक अपने प्रकाशनों की गौरवशाली परंपरा स्थापित की है।
वृन्दावन शोध संस्थान के प्रकाशन
क्रम सं.
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प्रकाशन |
प्रकाशन वर्ष |
संपादक/ISBN No. |
मूल्य |
50% छूट |
पृष्ठ संख्या |
प्रकाशन फोटोग्राफ्स |
Catalogue/सूची |
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01- |
A Catalogue of Sanskrit Manuscripts Part-I |
1976 |
श्री रामदास गुप्त जे.सी. राइट Sh. R.D. Gupta Sh. M.L. Gupta |
95/- |
47.50 Out of Print |
409 |
|
02- |
A Catalogue of Sanskrit Manuscripts Part-II |
1978 |
श्री रामदास गुप्त जे.सी. राइट Sh. R.D. Gupta J.C. Wright |
110/- |
55/-
|
459 |
|
03- |
A Catalogue of Sanskrit Manuscripts Part-III |
1981 |
श्री रामदास गुप्त जे.सी. राइट Sh. R.D. Gupta J.C. Wright |
125/- |
62.50/- |
694 |
|
04- |
A Catalogue of Sanskrit Manuscripts Part-IV |
1985 |
श्री रामदास गुप्त आर.सी. शर्मा Sh. R.D. Gupta R.C. Sharma |
175/- |
87.50/- |
694 |
|
05- |
A Catalogue of Sanskrit Manuscripts Part-V |
1991 |
श्री रामदास गुप्त आर. शास्त्री Sh. R.D. Gupta R. Shastri |
225/- |
112.50/- |
704 |
|
06- |
A Catalogue of Sanskrit Manuscripts Part-VI |
2010 |
श्री भवानी शंकर शुक्ल श्री हरिमोहन मालवीय Sh. B.S. Shukla Sh. Harimohan Malviya |
800/- |
400/- |
659 |
|
07- |
A Catalogue of Hindi Manuscripts Part-I |
1979 |
श्री रामदास गुप्त श्री एम.एल. गुप्त Sh. R.D. Gupta Sh. M.L. Gupta |
65/- |
32.50/- |
287 |
|
08- |
A Catalogue of Hindi Manuscripts Part-II |
1990 |
श्री रामदास गुप्त डॉ एन.सी. बंसल Sh. R.D. Gupta Dr. N.C. Bansal |
180/- |
90/- |
416 |
|
09- |
A Catalogue of Bengali Manuscripts Part-I |
1978 |
श्री तारापद मुखर्जी Sh. T.P. Mukherjee |
150/- |
75/- |
228 |
|
10- |
A Catalogue of Punjabi Manuscripts Part-I |
1996 |
श्री अमृतलाल टक्कर Sh. Amrit Lal Takkar
|
175/- |
87.50/- |
97 |
|
Books/पुस्तकें |
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01- |
ब्रज की रासलीला Braj ki Rasleela पूर्ण शोधपरक यह ग्रंथ रासलीला के उद्भव एवं विकास को लक्ष्य कर सृजित किया गया है। जिज्ञासु, अन्वेषक, शोधार्थी, विद्वानों तथा ब्रज के रास-प्रेमियों के लिए यह पुस्तक अत्यन्त उपयोगी है।
|
1983 |
श्री प्रभुदयाल मीतल Prabhu Dayal Mittal 97881-904946-1-8 |
600/- |
300/- |
449 |
|
02- |
दशश्लोकी (सटीक) Dashashloki श्री निम्बार्काचार्य कृत वेदान्त दर्शन पर आधारित दस श्लोकों का सटीक अनुवाद एवं शोधपरक विवेचन इस पुस्तक में किया गया है। टीकाकार नन्ददास हैं। ग्रन्थ का लिपिकाल 1891 ई. है। |
1985 |
डॉ. कमलेश पारीक Dr. Kamlesh Pareek |
30/- |
15/- |
90 |
|
03- |
केवलराम कृत रासमान के पद Rasman ke Pad by Keval Ram इस पुस्तक में पुष्टिमार्गीय अष्टम गद्दी के आचार्य श्री केवलराम जी द्वारा डेरागाजीखान में रचित ब्रजभाषा के रासलीला-पदों का संकलन है। लिपिकाल 1876 ई. है। |
1986 |
प्रो. एलन एंट्विसिल Prof. Alan Entwistle |
हिन्दी संस्करण 30/- |
हिन्दी संस्करण 15/- |
62 |
|
English Ed. 45/- |
English Ed. 22.50/- |
62 |
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04- |
स्वामी चरणदास कृत रहस्य दर्पण एवं रहस्य चन्द्रिका Rahasya Darpan &Rahasya Chandrika हरिदासी संप्रदायानुयायी स्वामी चरणदास जी द्वारा श्रीराधाकृकृष्ण की दिव्य शृंगार रसपरक निकुंजोपासना की गूढ़ परम्परानुसार सृजित दो ग्रन्थों का एक संपूर्ण तात्विक विवेचन, रसदर्शन सहित शोधात्मक दृष्टि से किया गया है। |
1987 |
डॉ. रामदास गुप्त एवं डॉ. शरण बिहारी गोस्वामी Dr.R.D.Gupta & Dr. Sharan Bihari Goswami |
पेपरबैक 45/- |
पेपरबैक 22.50/- |
95 |
|
Hard Bound 60/- |
Hard Bound 30/- |
95 |
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05- |
रसिक कर्णाभरण (लीला) Rasik Karnabharan [Leela] इस पुस्तक में स्वामी मनोहरदासजी द्वारा ब्रजभाषा में रचित छन्दबद्ध कृष्णलीला चिन्तन है। विविध छन्दों का प्रयोग शोधात्मक दृष्टि से उत्तम है। लिपिकाल वि.सं. 1840 है। |
1988 |
डॉ. नरेशचंद्र बंसल Dr.Naresh Chandra Bansal |
पेपरबैक 40/- |
पेपरबैक 20/- |
110 |
|
Hard Bound 60/- |
Hard Bound 30/- |
110 |
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06- |
स्मरण दर्पण Smaran Darpan श्रीरामचन्द्र कविराज कृत ब्रजबुलि में गुरु महिमा एवं वृन्दावन की निकुंज लीला ध्यान की पुस्तक का सरल हिन्दी में अनुवाद एवं टिप्पणी है। लिपिकाल 17 वीं शताब्दी है। |
1989 |
श्री गोपालचन्द्र घोष Sh. Gopal Chandra Ghosh |
पेपरबैक 25/- |
पेपरबैक 12.50/- |
43 |
|
Hard Bound 35/- |
Hard Bound 17.50/- |
43 |
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07- |
यमुना एवं यमुनाष्टक (द्वितीय परिवर्धित संस्करण) Yamuna Evam Yamunashtak [Revised Edition] विभिन्न विद्वानों एवं आचार्यों द्वारा रचित यमुनाष्टकों की सटीक व्याख्या तथा यमुना के उद्भव एवं विकास का वैदिक, पौराणिक एवं भौगोलिक विश्लेषण सहित शोधपूर्ण ग्रन्थ है। |
2015 |
श्री वृन्दावनविहारी Sh. Vrindavan Bihari |
500/- |
250/- |
280 |
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08- |
छन्दःकौस्तुभ Chhanda Kaustubh पं.राधादामोदरदास रचित छन्द कौस्तुभ नामक ग्रन्थ का अनुवाद तथा छन्द शास्त्र के विविध आयामों के दृष्टिकोण से सटीक विवेचन किया गया है। इसके टीकाकार गौड़ीय सम्प्रदाय के मूर्धन्य टीकाकार पं. बल्देव विद्याभूषण हैं। लिपिकाल सन् 1770 है। |
1983 |
डॉ. कमलेश पारीक Dr. Kamlesh Pareek |
पेपरबैक 175/- |
पेपरबैक 87.50/- |
233 |
|
Hard Bound 250/- |
Hard Bound 125/- |
233 |
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09- |
मथुरा माहात्म्य Mathura Mahatmya वाराहपुराण के अन्तर्गत मथुरा माहात्म्य के श्लोकों का हिन्दी में अनुवाद किया गया है। सम्पूर्ण व्याख्या के साथ मथुरा का ऐतिहासिक तथा भौगोलिक स्थिति निरूपण भी इसमें सम्मिलित है। |
1994 |
डॉ. उमा भास्कर Dr. Uma Bhaskar |
पेपरबैक 100/- |
पेपरबैक 50/- |
103 |
|
Hard Bound 125/- |
Hard Bound 112.50/- |
103 |
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10- |
वृन्दावन इन वैष्णव लिट्रेचर Vrindavan in Vaishnava Literature It deals with Various kinds of meditation on Vrindavan lila and complete analysis according to different sects. |
1995 |
डॉ. एम. कोरकोरन Dr. M.Corcoran ISBN : 81-246-0024-4 |
English Ed. 350/- |
English Ed. 175/- Out of Print |
178 |
|
11- |
ब्रज की लोककथाएँ Braj Ki Lok Kathayen ब्रज क्षेत्र में विशेषकर महिलाओं द्वारा वर्षभर के विभिन्न पर्वोत्सवों पर कही-सुनी जाने वाली लोक-कथाओं का ब्रजभाषा में संग्रह एवं शोधपरक अध्ययन। |
1995 |
डॉ. ब्रजभूषण चतुर्वेदी Dr. Brajbhusan Chatuvedi |
पेपरबैक 160/- |
पेपरबैक 80/- |
93 |
|
Hard Bound 180/- |
Hard Bound 90/- |
93 |
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12- |
An Early Testamentary Sanskrit documents by Shrila Jiva Goswami about temples and manuscripts etc. [V.S. 1663] |
1979 |
तारापद मुखर्जी, प्रो. जे.सी.राइट Sh. Tarapad Mukherjee & Prof. J.C. Wright |
10/- |
5/- |
28 |
|
13- |
श्रीगोपाल पाठावली Sri Gopal Pathavali इस पुस्तक में विभिन्न प्रकाशित एवं अप्रकाशित स्तोत्र, कवच, पटलों का शोधित एवं सचित्र संकलन है। |
1999 |
श्री चन्द्रधर त्रिपाठी एवं श्री गोपाल चन्द्र घोष Sh. Chandradhar Tripathi & Sh. Gopal Chandra Ghosh |
पेपरबैक 40/- |
पेपरबैक 20/- |
82 |
|
Hard Bound 100/- |
Hard Bound 50/- |
82 |
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14- |
श्रृंगार सरसी Shringar Sarsi श्री भाव मिश्र कृत नायक-नायिका भेद पर आधारित श्रृंगार रस परक सचित्र काव्य शास्त्रीय ग्रन्थ का अनुवाद एवं सम्पादन इस पुस्तक में किया गया है। काव्य शास्त्र के अध्येताओं के लिए अत्यन्त उपयोगी। (लिपिकाल वि.सं. 1943) |
2001 |
डॉ. कमलेश पारीक Dr. Kamlesh Pareek |
300/- |
150/- |
164 |
|
15- |
चन्द्रकला Chandrakala हिन्दी भाषी क्षेत्र महाराष्ट्र के सुकवि प्रेमचन्द्र प्रणीत चन्द्रकला एक लोकाश्रित प्रेमाख्यान ग्रन्थ है। यह काव्य ग्रन्थ दाम्पत्य सम्बन्धों की पवित्रता और शुद्धता का अमर संदेश देता है। (लिपिकाल वि.सं. 1853) |
2003 |
डॉ. नरेशचंद्र बंसल Dr. Naresh Chandra Bansal |
350/- |
175/- |
264 |
|
16- |
राधिका पाठावली Radhika Pathavali ब्रज की अधिष्ठात्री देवी एवं श्रीकृष्ण की आह्लादिनी शक्ति श्रीराधा की स्तुतियाँ, कवच और सहस्त्रनाम आदि को संगृहीत कर यह पुस्तक तैैयार की गयी है। |
2003 |
श्री गोपाल चन्द्र घोष Sh. Gopal Chandra Ghosh |
100/- |
50/- Out of Print |
104 |
|
17- |
वैष्णव तिलक Vaishnav Tilakas 'Tilak' is a sectarian mark born by the followers of various faiths. This book throws light on the religious principles and virtues of different Tilakas- Written by an eminent scholar and admirer of Indian Culture specially Braj. The book is richly illustrated. |
2003 |
प्रो. ए.डब्ल्यू एंटिवसिल Prof. A.W. Entwistle Revised Edition श्री आर.डी.पालीवाल डॉ. ब्रजभूषण चतुर्वेदी Sh. R.D. Paliwal Dr. Brajbhushan Chaturvedi |
Hard Bound 150/- |
Hard Bound 75/- |
134 |
|
18- |
गोधूलिबेला (डॉ.रामदास गुप्त का कविता संकलन) Godhuli Bela [A Poetic collection by Dr.R.D.Gupta] वृन्दावन शोध संस्थान के संस्थापक डॉ.रामदास गुप्त द्वारा गोधूलिबेला को केन्द्रित कर रची शंृगार-रसपरक हिन्दी कविताओं का संकलन। |
2003 |
डॉ. नरेशचंद्र बंसल Dr. N.C. Bansal |
Hard Bound 250/- |
Hard Bound 125/- |
109 |
|
19- |
गीत गन्धा (गीत संकलन) Geet Gandha [A Poetic collection] डॉ.ब्रजभूषण चतुर्वेदी दीपक द्वारा विभिन्न विषयों पर रचित गीतों का संकलन। |
2004 |
डॉ. ब्रजभूषण चतुर्वेदी Dr. B.B.Chaturvedi |
Hard Bound 100/- |
Hard Bound 50/- |
72 |
|
20- |
Recent Advances of Conservation of Manscripts Papers of eminent scholars presented on Manuscript Conservation at a seminar held at VRI. |
2003 |
प्रो. गोविन्द शर्मा Prof. Govind Sharma |
Hard Bound 175/- |
Hard Bound 87.50/- |
120 |
|
21- |
श्रीनृसिंह पाठावली Shri Nrisimha Pathavali संस्थान में संगृहीत पांडुलिपियों में भगवान् नृसिंह के स्तोत्रों, श्लोकों आदि का पाठोपयोगी संकलन। विभिन्न क्षेत्रों में स्थापित नृसिंह प्रतिमाओं के चित्रों सहित। |
2005 |
डॉ. उमारमण झा श्री गोपाल चन्द्र घोष Dr. Uma Raman Jha & Sh. Gopal Chandra Ghosh |
300/- |
150/- |
106 |
|
22- |
गीत ब्रज वसुन्धरा के Geet Braj Vasundhara Ke ब्रजांचल में विभिन्न अवसरों पर गाए जाने वाले लोकगीतों का शोधपरक संकलन। |
2007 |
डॉ. सरोजिनी कुलश्रेष्ठ Dr. Sarojini Kulashreshtha ISBN : 978-81-904946-0-1 |
250/- |
125/- |
199 |
|
23- |
श्रीमद्भागवत दिव्य दर्शन Shrimad Bhagwat Divya Darshan श्रीमद्भागवत ग्रन्थ का डॉ. भटनागर द्वारा किया गया सार-संग्रह। |
2005 |
डॉ. रजनी भटनागर Dr. Rajni Bhatnagar
|
80/- |
40/- |
48 |
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24- |
चित्रित पोस्टकार्ड Illustrated Postcard स्थान में संगृहीत दुर्लभ पेटिंग्स पर आधारित 10 पोस्टकार्डों का सेट। |
- |
- |
60/- |
60/- |
|
|
25- |
स्वस्ति संकल्प (डॉ. रामदास गुप्त स्मृति ग्रंथ) Svasti Sankalpa A memorial volume dedicated to [Dr. R.D. Gupta the founder of VRI] containing articles of eminent scholars on various aspects of Indology. |
2010-11 |
श्री भवानीशंकर शुक्ल Sh. Bhawani Shankar Shukla
|
500/- |
250/- |
352 |
|
26- |
भारत भाव रूप श्रीकृष्ण Bharat Bhav Roop Sri Krishna संस्थान में सम्पन्न राष्ट्रीय संगोष्ठी में विख्यात विद्वानों द्वारा कृष्ण के विविध आयामों पर प्रस्तुत शोधपत्रों का संकलन। |
2011 |
श्री भवानीशंकर शुक्ल Sh. Bhawani Shankar Shukla ISBN : 978-81-904946-2-5 |
500/- |
250/- |
398 |
|
27- |
आधुनिक हिन्दी कविता में राधा कृष्ण Aadhunik Hindi Kavita mein Radha Krishna आधुनिक हिन्दी काव्य में राधा कृष्ण की विविध रूपों में व्याप्ति का शोधपरक विवेचन। |
2011-12 |
डॉ. ओंकार त्रिपाठी Dr. Omkar Tripathi ISBN : 978-81-904946-4-9 |
500/- |
250/- |
270 |
|
28- |
लघु सिद्धान्त कौस्तुभ Laghu Siddhant Kaustubh संस्कृत व्याकरण के अध्येताओं के लिए उपयोगी ग्रन्थ। |
2011-12 |
डॉ. प्रमोद कुमार शर्मा Dr. Pramod Kumar Sharma ISBN : 978-81-904946-6-3 |
पेपरबैक 120/- |
पेपरबैक 60/- |
60 |
|
Hard Bound 180/- |
Hard Bound 90/- |
60 |
|||||
29- |
वृन्दावन के श्रीरंग मंदिर का श्रीब्रह्मोत्सव Vrindavan Ke Shri Rang Mandir ka Sri Brahmotsav वृन्दावन में दक्षिण भारतीय शैली में निर्मित श्रीरंग मंदिर के विख्यात ब्रह्मोत्सव (रथ का मेला) के सम्बन्ध में शोधपरक जानकारी से युक्त प्रकाशन। |
2011-12 |
डॉ. राजेश शर्मा Dr. Rajesh Sharma ISBN : 978-81-904946-5-6 |
पेपरबैक 75/- |
पेपरबैक 75/- |
36 |
|
Hard Bound 75/- |
Hard Bound 75/- |
36 |
|||||
30- |
वृन्दावन की फूल बंगला कला Vrindavan ki Phool Bangla Kala वृन्दावन के मन्दिरों, लीला मंचों आदि पर कलात्मक रूप से बनाए जाने वाले पारम्परिक फूल-बंगला के सम्बन्ध में निर्माण, सज्जा, कलाकारों आदि का तथ्यपरक विवेचन। |
2011-12 |
डॉ. महेश नारायण शर्मा डॉ. राजेश शर्मा Dr. M.N. Sharma Dr. Rajesh Sharma ISBN : 978-81-904946-3-2 |
पेपरबैक 50/- |
पेपरबैक 50/- |
55 |
|
Hard Bound 50/- |
Hard Bound 50/- |
55 |
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31- |
वृन्दावन की मल्ल विद्या परम्परा Vrindavan ki Mallah Vidhya Prampra स्थानीय मल्लविद्या के विविध पक्षों, पारिभाषिक शब्दावली, अल्पज्ञात-अज्ञात दस्तावेजी स्त्रोतों एवं लोक की वाचिक परम्परा में विद्यमान महत्त्वपूर्ण तथ्यों पर केन्द्रित शोधपरक सर्वेक्षण कार्य। |
2012-13 |
डॉ. राजेश शर्मा Dr. Rajesh Sharma ISBN : 978-81-904946-7-0 |
पेपरबैक 150/- |
पेपरबैक 75/- |
88 |
|
Hard Bound 190/- |
Hard Bound 95/- |
88 |
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32- |
ब्रज की तुलसी कंठीमाला Braj ki Tulsi Kanthi Mala ब्रज में तुलसी का महत्व स्थानीय लोक परम्परा में कण्ठीमाला तुलसी काष्ठ से बनी कण्ठियों का वैविध्य, पुराणों सहित स्थानीय देवालयी अल्पज्ञात अज्ञात दस्तावेजों में उक्त विषयक उल्लेख कण्ठियों के आकार प्रकार एवं उपयोगिता पर केन्द्रित शोधपरक कार्य। |
2012-13 |
डॉ. महेश नारायण शर्मा डॉ. राजेश शर्मा Dr. M.N. Sharma Dr. Rajesh Sharma ISBN : 978-81-904946-9-0 |
पेपरबैक 90/- |
पेपरबैक 45/- |
59 |
|
Hard Bound 140/- |
Hard Bound 70/- |
59 |
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33- |
ब्रज की साँझी Braj ki Sanjhi ब्रज की लोक एवं देवालयी परम्परा में साँझी के अल्पज्ञात-अप्रकाशित पक्षों तथा समग्र परम्परा के शोधपरक दस्तावेजीकरण से युक्त सचित्र प्रकाशन। |
2014-15 |
डॉ. महेश नारायण शर्मा डॉ. राजेश शर्मा Dr. M.N. Sharma Dr. Rajesh Sharma ISBN : 978-81-935048-1-9 |
Hard Bound 200/- |
Hard Bound 100/- |
146 |
|
34- |
भारतीय लोकवार्ता में श्रीकृष्ण Bhartiya Lokvarta main Sri Krishna भारत की आंचलिक संस्कृति में श्रीकृष्ण के व्यक्तित्व तथा व्याप्ति पर आधारित त्रि-द्विवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी भारतीय लोकवार्ता में श्रीकृष्ण विषयक शोधपत्रों का संकलन। |
2014 |
श्री भवानीशंकर शुक्ल एवं डॉ. महेश नारायण शर्मा Sh. Bhawani Shankar Shukla & Dr. M.N. Sharma ISBN : 978-81-904946-8-7 |
Hard Bound 450/- |
Hard Bound 225/- |
356 |
|
35- |
तानसेन कृत रागमाला Tansen : Raag Mala अकबर के दरबारी नवरत्न तानसेन की रचना रागमाला के, पाण्डुलिपियों पर आधारित पाठान्तर एवं पाठ निर्धारण से युक्त शोधपरक प्रकाशन। |
2015 |
श्री हरिमोहन मालवीय Sh. Harimohan Malviya ISBN : 978-81-904946-8-7 |
Hard Bound 200/- |
Hard Bound 100/- |
75 |
|
36- |
ब्रज की पुस्तक ठौर और उसका सूची पत्र (एक सांस्कृतिक अध्ययन) Braj ki Pustak Thor aur Uska Suchi Patra [Ek Sanskritik Adhyayan] भारत में पाण्डुलिपियों के सूचीकरण ख्ब्ंजंसवहनम, की परम्परा का क्रमिक विकास तथा 16वीं शताब्दी में चैतन्य महाप्रभु की परम्परा से जुड़े गौड़ीय आचार्यों के द्वारा ब्रज-वृन्दावन में स्थापित अल्पज्ञात पाण्डुलिपि ग्रन्थागार और उसके अप्रकाशित सूची पत्र (कैटलॉग) पर केन्द्रित सन्दर्भों की खोज एवं ब्रज की तत्कालीन ज्ञान परम्परा के सांस्कृतिक अध्ययन पर एकाग्र। |
2016-17 |
श्रीमती प्रगति शर्मा Smt. Pragati Sharma ISBN : 978-81-935048-0-2 |
150/- |
75/- |
120 |
|
37- |
नृसिंह चम्पू Narsingh Champu भगवान नृसिंह के स्तोत्र का सानुवाद विवेचन। |
2016-17 |
डॉ. उमा भास्कर Dr. Uma Bhaskar |
75/- |
37.50/- |
68 |
|
38- |
ब्रज के पर्वोंत्सव Braj ke Parvotsava ब्रज के पर्वोत्सवों पर आधारित शोधपरक प्रकाशन। |
2016-17 |
श्रीमती वेणु शर्मा Smt. Venu Sharma |
150/- |
75/- |
99 |
|
39- |
ब्रज संस्कृति विश्वकोश-प्रथमखंड (दो भागों में) Encyclopedia of Braj Culture - Ist Vol. 2 Part ब्रज के इतिहास, पुरातत्त्व, भूगोल, समाज आदि पर एकाग्र। |
2015 |
प्रो. सूर्यप्रसाद दीक्षित Prof. Suryaprasad Dixit (Series) 978-93-81406-44-1 ISBN : 978-93-81406-45-8 |
2200/- |
1100/- |
476/ 998 |
|
40- |
ब्रज संस्कृति विश्वकोश-द्वितीयखंड (दो भागों में) Encyclopedia of Braj Culture - IInd Vol. 2 Part ब्रज के धर्म सम्प्रदायों पर एकाग्र शोधपरक प्रकाशन |
2018 |
प्रो. सूर्यप्रसाद दीक्षित Prof. Suryaprasad Dixit (Series) 978-93-81406-44-1 ISBN : 978-93-81406-84-7 |
2200/- |
1100/- |
396/ 764 |
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41- |
ब्रज संस्कृति विश्वकोश तृतीयखंड (दो भागों में) Encyclopedia of Braj Culture - IIIrd Vol. 2 Part ब्रजभाषा साहित्य एवं लोक साहित्य पर एकाग्र प्रकाशन। |
2019 |
प्रो. सूर्यप्रसाद दीक्षित Prof. Suryaprasad Dixit ISBN : 978-81-935048-5-7 |
2200/- |
1100/- |
314 717 |
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42- |
ब्रज संस्कृति विश्वकोश चतुर्थखंड Encyclopedia of Braj Culture – IV Vol. ब्रज की लोक कलाओं पर एकाग्र प्रकाशन। |
2019 |
प्रो. सूर्यप्रसाद दीक्षित Prof. Suryaprasad Dixit ISBN : 978-81-935048-7-1 |
1100/- |
550/- |
365 |
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43- |
पांडुलिपियों की क-ख-ग Pandulipiyon ki KA-KHA-GA मुद्रण तकनीकी [Printing Technology] से पूर्व हस्तलिखित ग्रंथों के युग में प्रचलित संकेताक्षरों, लेखन प्रविधि, शब्दांक, काल निर्धारण पद्यति प्रतिलिपिकार एवं नागरी लिपि की पोथियों से जुड़ी विविधताओें के अध्ययन पर एकाग्र। |
2018-19 |
श्रीमती प्रगति शर्मा Smt. Pragati Sharma ISBN : 978-81-935048-2-6 |
100/- |
50/- |
67 |
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44- |
ब्रजभाषा गद्य के अप्रसारित संदर्भ Brajbhasha Gadh ke Aprasarit Sandrabh ब्रजभाषा साहित्य की समृद्ध परम्परा के अन्तर्गत गद्य विषयक अल्पज्ञात एवं अप्रकाशित सन्दर्भों के सर्वेक्षण, प्रलेखन तथा प्रकाशन पर केन्द्रित शोध परियोजना। |
2018-19 |
डॉ. राजेश शर्मा Dr. Rajesh Sharma ISBN : 978-81-935048-3-3 |
120/- |
60/- |
105 |
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45- |
स्वामी दामोदरदास ग्रंथावली Swami Damodar Das Granthavali ब्रजभाषा साहित्य की समृद्ध परम्परा के अन्तर्गत गद्य विषयक अल्पज्ञात एवं अप्रकाशित सन्दर्भों के सर्वेक्षण, प्रलेखन तथा प्रकाशन पर केन्द्रित शोध परियोजना। |
2018-19 |
डॉ. राजेश शर्मा Dr. Rajesh Sharma ISBN : 978-81-935048-4-0 |
170/- |
85/- |
382 |
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46- |
नारी लेखिकाओं के हिन्दी उपन्यास Nari Lakhikao Ke Hindi Upanayas ब्रजभाषा साहित्य की समृद्ध परम्परा के अन्तर्गत गद्य विषयक अल्पज्ञात एवं अप्रकाशित सन्दर्भों के सर्वेक्षण, प्रलेखन तथा प्रकाशन पर केन्द्रित शोध परियोजना। |
2020-21 |
डॉ. अम्बिका उपाध्याय Dr. Ambika Upadhyay ISBN : 978-81-954239-4-1 |
462/- |
462/- |
295 |
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47- |
ब्रज के संस्कार गीत Braj Ke Sanskar Geet ब्रज के संस्कार गीतों का संकलन। |
2020-21 |
डॉ. ब्रजभूषण चतुर्वेदी ‘दीपक’ (सर्वे) डॉ. सीमा मोरवाल Dr. B.B. Chaturvedi Dr. Seema Morwal ISBN : 978-81-935048-8-8 |
120/- |
120/- |
104 |
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48- |
ब्रज के देवी गीत Braj Ke Devi Geet ब्रज के देवी गीतों का संकलन। |
2020 |
डॉ. ब्रजभूषण चतुर्वेदी ‘दीपक’ Dr. B.B. Chaturvedi ISBN : 978-81-935048-8-8 |
120/- |
60/- |
125 |
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49- |
ब्रज-गीता Braj Geeta श्रीमद्भगवद्गीता ब्रजभाषा काव्यानुवाद। |
2021 |
डॉ. ब्रजभूषण चतुर्वेदी ‘दीपक’ Dr. B.B. Chaturvedi ISBN : 978-81-954239-6-5 |
135/- |
135/- |
234 |
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50- |
ब्रज की होली Braj Ki Holi ब्रज संस्कृति में होलिकोत्सव परम्परा के सांस्कृतिक अध्ययन पर केन्द्रित।
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2021 |
डॉ. ब्रजभूषण चतुर्वेदी ‘दीपक’ Dr. Rajesh Sharma ISBN : 978-81-954239-5-8 |
200/- |
200/- |
288 |
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51- |
मास्टरपीसेज ऑफ ब्रज संस्कृति संग्रहालय वृन्दावन शोध संस्थान Masterpieces of Braj Culture Museum Vrindavan Research Institute धर्म, दर्शन, साहित्य, कला एवं संस्कृति पर केन्द्रित विवरणात्मक कैटलॉग |
2022 |
डॉ. वी.के. माथुर श्रीमती ममता कुमारी Dr. V.K. Mathur Smt. Mamta Kumari |
500/- |
500/- |
68 |
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52- |
ब्रज लोक के दई-देवता व उनके गीत Braj Lok Ke Daee-Devta Va Unake Geet ब्रज लोक संस्कृति से सम्बन्धित देवी-देवताओं पर आधारित गीतों का संकलन। |
2022 |
डॉ. सीमा मोरवाल Dr. Seema Morwal ISBN-978-81-954239-0-3 |
150/- |
150/- |
238 |
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